01.30 स्पन्दन-महाकवि जय शंकर प्रसाद
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रच दिया संसार विविध,भरा हिन्दी साहित्य का सागर
प्रेम शौर्य साहस समाज, भरा गद्य पद्य का वृहद गागर
... ©Jangid.170130 ...
संदर्भ : जन्म : 30.1.1889 वाराणसी
देहांत :15.11.1937
लेखन : उपन्यास,नाटक,कविता,कहानी,निबंध
छायावाद के प्रवर्तक भी.
मुख्य रचनाएँ : कामायनी,विचारधारा,अर्धशतक,ध्रुवस्वामिनी,चंद्रगुप्त,आकाशदीप ,आँसू आदि
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