01.30 स्पन्दन-विश्व कुष्ठ उन्मूलन दिवस
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हाथ पाँव अंगुली गल रहे, कष्ट कारक है कुष्ठ
समय पर दवा ले भगाओ,ये ढीठ बड़ा ही दुष्ट
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संदर्भ : विश्व कुष्ठ उन्मूलन दिवस 30 जनवरी ( World Leprosy Day). भारत में यह रोग कुष्ठ रोग के रूप में 600 ई.पू. पहचान की गई. इसे हन्सेन रोग भी कहते हैं. 1873 में हन्सेन (G.A. Hensen)ने इस रोग की वैज्ञानिक पहचान की. 1941 में टीका भी विकसित हुआ. यह बैक्टीरिया (Mycobacterium Leprae) जनित रोग है जो सबसे पहले हाथ,पैर,मुँह आदि पर प्रभाव दिखाता है. यह हवा के माध्यम से भी फैलता है. यह पूर्णतः निदान योग्य है. WHO के सर्वे 2010 के मुताबिक विश्व के 17 देशों में यह 97% है जिसमें भारत पहले स्थान पर व रोगी 126800 है. प्रति वर्ष 210000 रोगी नये जुड़ते है. बिहार में सबसे ज्यादा. विश्व स्तर पर लोगों को इस रोग से जागरूक करने हेतु यह दिवस जनवरी माह के अन्तिम रविवार को मनाया जाता है. 2017 में यह 29 जनवरी को है. देश में 2014 से 30 जनवरी को विश्व कुष्ठ दिवस मनाने का निर्णय महात्मा गाँधी द्वारा इस बाबत उन्मूलन के लिए किए सत् प्रयासों के कारण है. ...
© jangidml.170130
Jan 29, 2017
World leprosy day
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