गणतंत्र दिवस है, जश्न मनाओ
घर घर ख़ुशी के दीप जलाओ
राष्ट्र पर्व ये गौरव सबका
राष्ट्रधर्म है , ना समझो हलका
मिलकर गौरव गीत सुनाओ ..१
शुभ दिन , सबको दें बधाई
मिलजुल खाओ , बाँटो मिठाई
सबको सहज ,तुम गले लगाओ ..२
अपनी हवा ये, अपनी जमीं है
अपना गगन, अब क्या कमी है
सपनों का मिल ,महल बनाओ ..३
अब ना जात पांत का रगड़ा
भाषा , क्षेत्र ना धरम का झगड़ा
क्रोध द्वैष सब दिल से भगाओ ..४
छोटे बड़े ना , नर-नारी में अंतर
लोकतंत्र अब, ना किसी में अंतर
मिल कर, देश उन्नत बनाओ ..५
ऊँचा फहरे ये सदा तिरंगा
अब ना रहे कोई भूखा नंगा
देश की नव पहचान बनाओ ..६
भूलो ना , जो मिटे देश पर
नामी- अनामी , सदा नमन कर
गाथा उनकी , खूब सुनाओ..७
- Jangidml /20040815
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