0605 स्पंदन : पर्यावरण
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जिस थाली में खाता है, करता उसमें छेद
जिस डाली पर बैठा है, काटे बिना ये भेद
पानी अन्न हवा में घोले, लाखों लाख ज़हर
जल थल नभ आग लगा, मरने को है कैद
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©jangidml
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संदर्भ : विश्व प्रदूषण दिवस ( World Environment Day ) 5 जून। संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1974 से। विनाशकारी भौतिक उपलब्धियों के कारण प्रकृति में प्रदूषण भी अपने चरम पर। वनस्पति, प्राणी जगत और मानव के लिए अत्यंत घातक। नई आने वाली पीढ़ी का जीवन नरकमय। उपभोक्तावादी संस्कृति, व्यापारिक दोहन, वर्चस्व की लड़ाई आदि धरती के जीवन-समूल को ही नष्ट कर रहा है।
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Jun 4, 2019
0605 Environment day
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