0621 स्पन्दन : योग
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तन मन की शुध्दि करता योग
निर्मल निरन्तर रखता योग
रोग मुक्त सबको करता योग
बिन दवा के आयु बढ़ाता योग
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धर्माडम्बर मुक्त होता है योग
तन मन को शक्ति देता है योग
सहज जीवनाधार बनाता योग
स्वास्थ्य की राह बढ़ाता योग
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अष्टांगिक मार्गदर्शन करता योग
यम नियम आसन प्राणायाम योग
प्रत्याहार धारणा ध्यान समाधि योग
नित प्रातः करणीय ये होता योग
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संयम आत्मानुशासन देता योग
स्वतःस्फूर्त सबको बनाता योग
सुख आनन्द जीवन का ये योग
मोहमुक्त स्थितप्रज्ञ बनाता योग
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© jangidml.170607
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संदर्भ : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस ( International day of Yoga ) 21 जून। संयुक्त राष्ट्र ने 2014 को यह दिवस घोषित किया। 2015 से मनाया जाने लगा। भारत में योग का प्रचलन पूर्व वैदिक काल (3000 ईसा पूर्व) से है। वेद, उपनिषदों में इसका वर्णन। भगवान कृष्ण, बुद्ध, महावीर आदि ने भी योग बाबत बताया। महर्षि पंतजलि 200 ईसा पूर्व ने 'योग सूत्र' योग के अष्टांगिक मार्ग बताकर योग को लोकप्रिय बनाया। इनके अनुसार " योग: चित्त-वृत्ति निरोध:"। वस्तुतः योग मानव का प्रकृति से सामंजस्य स्थापित कर मानसिक, शारिरिक और आत्मिक स्वास्थ्य और स्व-नियंत्रण का व्यावहारिक जीवन विज्ञान है।
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Jun 20, 2019
0621 योग Yoga
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