0510 स्पंदन : 1857 क्रांति
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स्वर्ण पिंजरा तोड़ निकला, सीधा जागा कपोत
क्रांति क्रांति भारत भर में, जगमग रोशन जोत
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©jangidml
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सन्दर्भ : भारतीय स्वतंत्रता की प्रथम क्रांति 10 मई, 1857 में मेरठ से शुरू। इस भारतीय विद्रोह, सैनिक विद्रोह, गद्दर आदि का पूरे भारत में जनजागरण का कार्य किया और स्वतंत्रता के लिए लोग सक्रिय हुए। मेरठ, दिल्ली, कानपुर, लखनऊ, झांसी आदि इस क्रांति के केंद्र बने। बहादुर शाह जफ़र, तांत्या टोपे, झांसी की रानी, बेगम हजरत महल, मंगल पांडे, नाना साहेब आदि अग्रणी बने। क्रांति का अंत नवम्बर, 1858 माना जाता है। इस असफल क्रांति ने ईस्ट इंडिया कम्पनी के राज को खत्म किया और बिट्रिश ताज के अंतर्गत भारत हुआ। लाखों लोग शहीद हुए। इस क्रांति ने भारत के भविष्य को तय किया और 15 अगस्त, 1947 को आज़ादी प्राप्त की।
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May 9, 2019
0510 1857 क्रांति Mutiny
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