0516 स्पन्दन : शांति सर्वव्यापी बनें
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शांत मन और शांत जन, हवा पानी धरा शांत
शांत समन्दर नील गगन, व्योम चराचर शांत
सहयोग भ्रातृत्व धैर्य स्नेह, सहनशील हो आदर
समतारूपी कुटुम्ब क़बीला,रहे जीवजगत शांत
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©jangidml
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सन्दर्भ : 'अंतरराष्ट्रीय दिवस शान्तिमय साथ रहने का' / 16 मई (International Day of Living Together in Peace ) शांति के प्रयास संयुक्त राष्ट्र द्वारा। भारतीय सनातन संस्कृति एवं दर्शन सम्पूर्ण विश्व की शांति के अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत करती है जो मानवजाति ही नहीं बल्कि समस्त पर्यावरण जगत के शांतिमय कल्याण की बात कहती है। मानसिक शांति और शांत वातावरण हमें सुख और सहअस्तित्व के साथ दीर्घायु बनाते हैं।
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May 15, 2019
0516 शांति Peace
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