0527 स्पंदन : हिरोशिमा पीस मेमोरियल पार्क
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मानव-मानव मारकाट, ख़ून की गहरी प्यास
मानवता में क्यों दानवता, करते जीवन नाश
अस्त्र शस्त्र परमाणु बम,रोको सारी मिसाइलें
हमको बचाना यह जगत, प्रेम के संग विश्वास
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© Jangidml
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संदर्भ : 27 मई, 2016. यह वह स्थान है जहाँ अमेरिका का बराक ओबामा बतौर कोई अमेरिकी राष्ट्रपति प्रथम बार संवेदनाएं व्यक्त करने पहुँचे और बम से प्रभावित लोगों, जिसे "हिबाकुशा" कहते हैं, से मिले। हिबाकुशा की संख्या भी 650000 है जो अब तक त्रासदी के शिकार है। ज्ञातव्य है कि 6 अगस्त, 1945; अमेरिका द्वारा हिरोशिमा पर न्यूक्लिअर बम गिराने से 140000 व्यक्ति प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से मौत के आगोश में पहुँचे। मानवीय सभ्यता एवं विज्ञान का यह एक काला अध्याय है।
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